Home Astrology Kundli Horoscope ज्‍योतिष : अपमानित करने से कैसे बचें? (rashi ki kamzori)

ज्‍योतिष : अपमानित करने से कैसे बचें? (rashi ki kamzori)

Transit of Sun Mercury Venus and Mars in 2018

ज्‍योतिष : अपमानित करने से कैसे बचें? (rashi ki kamzori)

आप नहीं चाहते कि आप किसी का अपमान करें, लेकिन बात ही बात में आपके मुंह से ऐसी बात निकल जाती है, इस अंदाज में आपकी हरकत होती है कि सामने वाला बुरी तरह चिढ़ जाता है। एकाध बार तो हर किसी के साथ हो सकता है, लेकिन अगर आपके साथ बार बार ऐसा हो रहा है तो आपको सावधान होने की जरूरत है। हर राशि (rashi) के व्‍यक्ति में कुछ व्‍यक्तिगत विशेषताएं और कमियां होती हैं।

भले ही आपको विशेषताओं का भान न हो, लेकिन अगर आप जानते हैं कि कोई व्‍यक्ति किस प्रकार के वार्तालाप से परेशान हो सकता है, तो आप आसानी से संबंध खराब करने से बच सकते हैं। हम हर इंसान से विशुद्ध तार्किक अंदाज में बात नहीं कर सकते। ऐसा भी नहीं है कि सामने वाला भी हर बार आपके समक्ष मानसिक रूप से तैयार होकर आए। ऐसे में दोनों के बीच वार्तालाप अथवा शारीरिक मुद्राएं ही वह साधन है कि आप संबंधों को बेहतर बनाए रख पाएं।

ज्‍योतिष के दृष्टिकोण से मोटे तौर पर सभी जातकों को बारह राशियों के अनुरूप बारह चारित्रिक गुणों में बांटा गया है। हालांकि ये बारह प्रकार के गुण सभी जातकों में प्रभावी रूप से दिखे या न दिखे, लेकिन मोटे तौर पर यह उन जातकों की पर्सेनिलिटी का भाग होता है।

हो सकता है कि बाहर के व्‍यक्तियों से आप इतनी दक्षता से बात न कर पाएं, क्‍योंकि आप हर किसी की कुण्‍डली नहीं जान सकते, लेकिन घर, परिवार, मित्रों और संबंधियों के बारे में सहजता से यह जानकारी जुटाई जा सकती है।

आगे हम हर राशि के चारित्रिक गुणों पर चर्चा करेंगे। इससे पहले मैं आपको स्‍पष्‍ट कर दूं कि ये राशियां वे राशियां नहीं हैं जो प्रसिद्ध नाम से उपजती हैं। ये राशियां कुण्‍डली में चंद्रमा की स्थिति के अनुसार आई हुई राशियां हैं। मसलन मेरा नाम सिद्धार्थ है ऐसे में मेरे प्रसिद्ध नाम से मेरी राशि कुंभ बनती है, लेकिन मेरी जन्‍म कुण्‍डली में चंद्रमा मिथुन राशि का है, ऐसे में मेरी सही राशि मिथुन ही मानी जाएगी।

अगर आपको प्रयोग करने हैं तो आपको पहले पता करना होगा कि जिस व्‍यक्ति के साथ प्रयोग कर रहे हैं, उसकी वास्‍तविक राशि क्‍या है, न कि प्रसिद्ध नाम को लेकर आप प्रयोग करने लगें। ऐसे में आपको निराशा हाथ लगने की आशंका अधिक है। इसके साथ ही ध्‍यान रखें कि इस विश्‍लेषण को सूर्य राशि के कोण से परखने का प्रयास न करें। सूर्य राशियां पश्चिमी ज्‍योतिष की देन है और समय के साथ अब निरापद हो चुकी हैं।

मेष राशि : मेष राशि का अधिपति मंगल है

ऐसे लोग कुछ बेपरवाह होते हैं। अपने तरीके से अपनी जिंदगी जीना पसंद करते हैं। नियम शर्तें इन जातकों पर लागू नहीं होती। ऐसे में गलती से भी इनके सामने यह मत कहिए कि जैसा मैं कह रहा हूं, वैसा करो। यह कहने के साथ ही मेष राशि का जातक आपका विरोधी बन जाएगा।

अगर आपका मातहत भी है तो कभी उसे याद मत दिलाइए कि आप उसके बॉस हैं। जो काम कहें, उसे खुद बॉस बनाकर बताएं। ऐसे में वह कार्य अधिक दक्षता से करेगा। इसके उलट अगर आपने यह कहा कि जैसा मैं कहता हूं वैसा करो, तो यकीन कीजिए वह काम कभी नहीं होगा, अगर होगा तो जैसा आपने कहा है वैसा कतई नहीं होगा।

अगर मेष जातक के साथ आप किसी काम में लगे हैं, तो जैसा वह बताए, उसके अनुसार काम करते रहें, अगर कहीं कमी या चूक भी रही तो वे सारा ठीकरा अपने सिर फोड़ लेंगे। वे स्‍वभाव से ही सेनापति है और उन्‍हें अपनी शान में गुस्‍ताखी कतई बर्दाश्‍त नहीं। वरना करके देखिए…

वृषभ राशि : बीकानेरी अंदाज में कहूं तो ये जातक झूंझे होते हैं

झूंझे का यहां अर्थ होगा कि एक ही काम को पकड़कर बैठ जाने वाले और लंबे समय तक उसे लटकाए रखने वाले लोग होते हैं। इसके बावजूद भी आप इनकी कार्यशैली पर प्रश्‍नचिह्न नहीं लगा सकते। क्‍योंकि आइडिया और क्रियान्‍वयन के मामले में इनके मुकाबले कोई दूसरा नहीं है।

ऐसे में अगर आपने गलती से भी इन्हें कह दिया कि इस काम को बेहतर तरीके से किया जा सकता है या आपको काम इस प्रकार करना चाहिए या फलां व्‍यकित ने तो इससे भी बेहतर किया था, तो यकीन कीजिए वृषभ राशि के मित्र या संबंधी आपसे मारपीट भी कर सकते हैं।

अगर आपके पास भी कोई आइडिया है तो वृषभ को महसूस कराइए कि वह आइडिया उनके दिमाग में पल रहा है। बस आपका काम हो जाएगा…

मिथुन राशि : आपने किसी महफिल में देखा है एक आकर्षक सा युवा होता है

जो छोटी छोटी मजाकिया बातें करते हुए अपना एक समूह बना लेता है। वो मिथुन राशि का जातक है। ये लोग थोड़ा थोड़ा हर विषय के बारे में जानते हैं, सो हर विषय पर बोल लेते हैं, आमतौर पर इनका ह्यूमर भी ठीक ठाक होता है। अगर आपने अपने व्‍यवहार या बातचीत में कहीं भी ऐसा प्रदर्शित कर दिया कि यार तुम तो बोर आदमी हो, तो वहीं से आपकी और मिथुन की शत्रुता का दौर शुरू हो जाएगा।

हो सके तो जब मिथुन का जातक बोल रहा हो तो उसे किसी सूरत में टोके नहीं। टोकने पर वह अपने हास्‍य का निशाना आपको ही बना सकता है। ये लोग नैसर्गिक रूप से इंटेलीजेंट होते हैं। ये बोलकर अपनी प्रतिभा दिखाते हैं और महफिल में छा जाते हैं, इस बीच बस आप इतना करें कि उसे टोक दें या चुप रहने के लिए कह दें, फिर आपकी और उसकी लंबे समय तक नहीं बनेगी…

कर्क राशि : कर्क राशि का अधिपति चंद्रमा है

अगर आप कर्क राशि से सहायता मांगते हैं तो ये आपको चंद्रमा के समान निर्मल मिलेंगे। जब आप परेशान हों और मानसिक और शारीरिक तनाव में सहायता की जरूरत हो तो आप कर्क के पास चले जाइए।

वह आपको आराम के लिए पूरा स्‍पेस देगा, राजसी ठाठ बाट से खाना खिलाएगा और जब तक आप अपने तनाव से बाहर नहीं आ जाते, आपका ख्‍याल रखेगा। ऐसे लोगों का घर भी खूबसूरत दिखावटी वस्‍तुओं से भरा रहता है।

अब आप उनके पास गए और आपने उनकी रुचि को अनदेखा किया, उनके बनाए खाने में कमियां निकाली, उनकी दीवारों पर सजी पेंटिंग्‍स की बुराई की, तो यहीं से आपके और कर्क के रिश्‍ते खत्‍म होने शुरू हो जाएंगे।

कहीं कोई कमी न निकाल दे इसी डर से तो कर्क राशि के जातक जनता के सामने अधिक एक्‍सपोज नहीं होते। और ऐसे में आप उनके घर जाकर क्‍या उनकी आलोचना कर पाएंगे…

सिंह राशि : सिंह राशि का अधिपति सूर्य है

जिस प्रकार सूर्य का प्रकाश अवसाद के अंधेरे को लील लेता है, उसी प्रकार जब आपको मोरल बूस्‍ट की जरूरत हो तो सिंह के जातक के पास जाएं। वह न केवल आपसे शाही अंदाज में मिलेगा, बल्कि आपको राजपरिवार का सदस्‍य तक बना लेगा। लेकिन ध्‍यान रखें, वे पूरी दुनिया आपके कदमों में रखकर उसे वापस भी मांगेंगे, यही सबसे कठिन दौर होता है।

पहली ही नजर से वह आपको महत्‍वपूर्ण बना रहा है तो आपको भी उसे उतना ही महत्‍वपूर्ण सिद्ध करना होगा। अगर आप इसमें नाकाम रहते हैं तो सिंह की नाराजगी झेलने के लिए तैयार रहिए।

जैसी कदमबोसी वह आपकी करते हैं, ठीक उसी प्रकार आपको भी सिंह के लिए कालीन और फूल बिछा देने होंगे, इसमें रत्‍तीभर भी कमी रहने पर शिकायत और आगामी उपेक्षाओं के लिए तैयार रहें। स्‍वाभाविक है शेर को आप चाहकर भी नजरअंदाज नहीं कर सकते…

कन्‍या राशि : बुद्धि की मात्रा आमतौर पर कुछ अधिक होती है

इन्‍हें किसी भी विषय पर एक सवाल पूछिए ये एक हजार जवाब दे सकते हैं। एक बार बोलना शुरू होने पर इन्‍हें रोकना बहुत मुश्किल होता है। चूंकि एनालिसिस करते करते इनका दिमाग एनालिसिस पैरालिसिस की जद में आ जाता है। ऐसे में इनके शरीर की क्रियाशीलता भी कम होती जाती है।

ऐसे में ये जातक सुंदर चैस्‍ट के बावजूद बेढ़ब शरीर के होते हैं, और यकीन मानिए इन्‍हें खुद अपने बेढ़बपने से घृणा होती है। सो, इनसे पचासों बातें कर लीजिए, बहस कर लीजिए लेकिन कभी यह मत कहिए कि आपका वजन बढ़ा हुआ है, तोंद निकल रही है, मुंह लटक रहा है, लार टपक रही है, दोहरी ठुड्डी निकल रही है। ये बुरा मान जाएंगे।

इससे आपको यह नुकसान होगा कि आगे से आप किसी विषय पर इनसे बात करेंगे तो ये केवल उस विषय का नकारात्‍मक पक्ष ही पेश करेंगे। हालांकि इनका नहाने धोने में भी अपेक्षाकृत कम विश्‍वास होता है, इसके बावजूद आप इन्‍हें कभी यह कह दें कि आपके शरीर से बदबू आ रही है, तो पहले तो मानेंगे नहीं और आपने मनवा दिया तो जान लीजिए कि आप एक बुद्धिमान दोस्‍त को खो बैठेंगे। ऐसी गलती भूलकर भी मत करिएगा…

तुला राशि : तुला का काम बैलेंस बनाने का होता है

उसी प्रकार तुला राशि वाले लॉजिकल लोग आपको बैलेंस देते हैं। जब आप दोराहे पर खड़े हैं या इमोशनल हैं तो तुला राशि वाले मित्र के पास जाइए, वे आपको लॉजिकल सॉल्‍यूशन देंगे। आप बीमार हैं, बिगड़े हुए हैं, सही काम नहीं कर पा रहे हैं, गंदे हैं और किसी भी प्रकार की आपकी कमी है, उसे तुला जातक बहुत आसानी से खोज निकालेंगे और उसकी ओर इंगित करेंगे, लेकिन शुक्र के अधिपत्‍य वाली इस राशि के जातक खुद सौ प्रतिशत फिट रहने का प्रयास भी करते हैं।

ऐसे में आपने अगर उनके शरीर, काम या रहन सहन में कोई कमी निकाल दी तो वे आपसे संबंध काटने की जल्‍दी में आ जाएंगे। आप खुद के सुधार के लिए तुला के पास जा सकते हैं, उन्‍हें सुधारने का प्रयास कतई ना करें। दूसरों के मामले में वे जितना लॉजिकल दिखाई देंगे, खुद के मामले में वे उतने ही इमोशनल हो जाएंगे।

अव्‍वल तो खुद ही अपने स्‍तर पर सौ प्रतिशत दुरुस्‍त करने का प्रयास करते हैं, तिस पर भी आपने कमी निकाल दी तो उन्‍हें जीवन ही व्‍यर्थ नजर आने लगेगा, ऐसे में कमी निकालना मतलब साथी खो देने जैसा होगा…

वृश्चिक राशि : गूढ़ता के जानकार

यह बहुत मजे की बात है कि कालपुरुष की कुण्‍डली में वृश्चिक राशि जननांगों में आती है और इंसान किसी भी सूरत में अपने जननांगों को छिपाने का स्‍थान की मानता है। कुछ न्‍यूडिस्‍ट कल्‍चर वाले लोगों को छोड़ दें तो दुनिया का हर इंसान गुप्‍तांगों को छिपाएगा, इसी प्रकार वृ‍श्चिक राशि वाले जातक भी होते हैं।

उनके दिमाग में अभी क्‍या चल रहा है, आप कभी नहीं जान सकते। यह भी नहीं कि अभी वे खुश हैं या दुखी। रहस्‍यमयी, तेज तर्रार और आकर्षक वृश्चिक राशि वाले जातक ज्‍योतिषी से भी अपने मन की बात छिपाए रखते हैं तो आम लोगों की तो बिसात ही क्‍या। अब अगर ऐसे जातक को यह कहा जाए कि मैं तुम्‍हारे राज जानता हूं या मैंने तुम्‍हें पकड़ लिया है, पहले तो वह मानेगा ही नहीं, और अगर आपने मनवा लिया तो वह आपसे खुद ब खुद दूर होने लगेगा।

वृश्चिक जातकों की आंखें कई बार चुगली कर देती है, उस समय अगर आप उन्‍हें पकड़ लें तो वह बहुत हद तक असहज हो जाएंगे। चूंकि वृश्चिक राशि में चंद्रमा है तो ऐसे जातकों के विचारों में भी जननांग हमेशा रहेंगे।

अगर आपका जीवनसाथी वृश्चिक राशि का है और आपने कभी गलती से भी कह दिया कि रात के समय वह सौ प्रतिशत नहीं था, तो वृश्चिक जातक के लिए यह जीवन मरण का प्रश्‍न तक बन सकता है। तो वृश्चिक जातक के राज को राज रहने दें, उसे छेड़ें नहीं…

धनु राशि : गुरु के अधिपत्‍य वाली राशि के जातक

भले ही अधिक पढ़े लिखे न हों, लेकिन खुद को मूल रूप से बुद्धिमान मानते हैं। हर सवाल का उनके पास दार्शनिक, आध्‍यात्मिक और विस्‍तृत जवाब होता है, पर ध्‍यान रहे वह जवाब आपके काम का हो यह जरूरी नहीं। आप उन्‍हें कुछ भी पूछ लीजिए, वे हमेशा लंबे चौड़े आख्‍यान बघारने लगेंगे। क्‍योंकि उन्‍हें मूर्ख साबित होना बिल्‍कुल पसंद नहीं है।

मान लीजिए आपने धनु जातक को सवाल पूछा है कि यह रास्‍ता किधर जाता है, तो वह पूरे शहर का नक्‍शा निकालकर रख देगा। कौनसी सड़क कब बनी किधर जा रही है, क्‍या इतिहास है, क्‍या भविष्‍य है, आखिर में आप पाते हैं कि आपका सवाल बहुत गौण हो गया है।

इस बीच अगर आपने उन्‍हें टोक दिया कि यार तुम क्‍या मूर्खता की बात कर रहे हो, मैं पूछ कुछ रहा हूं और बता कुछ रहे हो, बस यहीं पर आपका और आपके धनु जातक का संबंध टूटना शुरू हो जाता है।

धनु का जातक कभी खुद को मूर्ख साबित नहीं होने देना चाहता। किसी एक बिेदू को लेकर आप धनु जातक को मूर्ख साबित कर दें, वह आपसे वापस आकर कभी नहीं मिलेगा। तो ज्ञानी को मूर्ख क्‍यों कहा जाए…

मकर राशि : समझदार साथी

आपको समझदार साथी की जरूरत है, जो आपके प्रति ईमानदार हो तो मकर राशि वाला जातक चुनिए। ये शीघ्रता से किसी से जुड़ते नहीं हैं, लेकिन एक बार जुड़ गए तो कभी वापस घूमकर दूसरे विकल्‍पों की ओर देखते नहीं हैं। जिस योजना में लगते हैं पूरी तरह डूब जाते हैं, अगर आप इनसे सलाह लेंगे तो शनि की मकर राशि के जातक आपको सबसे सटीक सलाह देंगे।

चाहे वह इंवेस्‍टमेंट की हो या नए प्रोजेक्‍ट की। बस कमी यही होती है कि जो सिस्‍टम बना हुआ है, वे उसमें पूरी तरह ढल जाते हैं, समझ लीजिए सिस्‍टम का पार्ट हो जाते हैं। अगर परिवार एक मशीन है तो उसके आवश्‍यक नट बोल्‍ट की तरह समा जाते हैं। ऐसे में अगर मकर जातक को बताया जाए कि जिस सिस्‍टम का वह पार्ट बने हुए हैं वह ढह गया है तो वे बिखर जाएंगे।

चाहे वह स्‍टॉक मार्केट हो या मौजूदा सरकार या फिर परिवार ही क्‍यों न हो। अराजकता से इनका बैर होता है। दूसरी ओर हार मानना इनके लिए मुश्किल होता है। क्‍योंकि ये पूरी लगन से प्रोजेक्‍ट में लगे होते हैं। ऐसे में अगर इन्‍हें कहा जाए कि जिस सिस्‍टम पर आप काम कर रहे हैं वह फेल हो चुका है तो इनके लिए असहनीय होता है। कौन एक बार दीवार का भाग होने के बाद उसे गिरता हुआ देखना चाहेगा…

कुंभ राशि : शनि के आधिपत्‍य वाली इस दूसरी राशि

इसके जातक कुछ हवा में रहते हैं। वैसे भी कुंभ राशि वायुतत्‍वीय राशि है। ऐसे में कुंभ राशि के जातक भी ज्‍यादातर हवा में रहते हैं। हवाई किले बनाते हैं। सूर्य पुत्र शनि की राशि वाले जातक नैसर्गिक रूप से विरोधी होते हैं। अब हवाई किले बनाना और विरोधी होना दोनों एक साथ हों तो दोनों के परिणाम भी एकसाथ आते हैं।

यानी एक ही समय में ये सभ्‍य समाज के शीर्ष पर भी होना चाहते हैं और उसी समय समाज की मर्यादाओं को तोड़ने वाले काम भी करते रहते हैं। भले ही आप इन्हें समझाने की कोशिश करते रहें कि दोनों काम साथ में संभव नहीं, लेकिन कतार तोड़कर विशिष्‍ट दिखने की चाहत में ये ऐसे सारे काम करते नजर आएंगे।

ऐसे में अगर कोई इन्‍हें यह भान करा दे कि आप तो उन उदंडी छात्रों की तरह हैं, या आप तो थैला लेकर काम पर जाने वाले कामगारों की तरह हैं, या इतना ही कह दें कि आप डिट्टो फलां व्‍यक्ति जैसे हैं, तो इन कुंभ जातकों के हृदय में उसकी टूटन इतनी तीव्र होगी कि आप उसे सुन सकते हैं।

कुंभ जातकों को विशिष्‍ट बनने का जितना आनन्‍द है, रेगुलर बनने का उतना ही भय होता है। ऐसे में आप क्‍यों एक विशिष्‍ट आत्‍मा को सामान्‍य बनाने का प्रयास करेंगे। विशिष्‍ट को विशिष्‍ट ही रहने दें। वह अपने हवाई ख्‍यालों की दुनिया में मस्‍त है…

मीन राशि : मीन राशि जलतत्‍वीय राशि है

और इसका अधिपति गुरु। अब समझ लीजिए कि चंद्रमा और गुरु दोनों के गुण लिए ये जातक बहुत कोमल होते हैं। खुद के लिए भले ही न रोएं, लेकिन आपके लिए वे रो लेंगे, हंस लेंगे, आपकी क्षणभर की हंसी के लिए पूरी दुनिया की ताकत लगा देंगे। कल्‍पनाशील होते हैं, भावुक होते हैं और सॉफ्ट होते हैं।

इनके इमोशन ही इन्‍हें ड्राइव करते हैं। ऐसे में अपने सपनों को पूरा करने के लिए किसी भी प्रकार का बलिदान दे देते हैं। अपने बीमार मित्र की तीमारदारी के लिए नौकरी से त्‍यागपत्र भी दे सकते हैं। ऐसे लोगों को व्‍यवहारिक और दुनियादारी वाली लॉजिकल बातों से सख्‍त नफरत होती है। ऐसे में अगर आप इन्‍हें लॉजिक से समझाने का प्रयास करेंगे तो मुंह की खाएंगे।

इन्‍हें अपने बहाव में बहते रहने देना चाहिए। अगर आपके बस में है तो बजाय कि इन्‍हें खुद की सहायता करने से रोकने के लिए इनकी सहायता प्राप्‍त होने पर कृतज्ञ होएं, अगर मन से नहीं हो रहें हों तो कम से कम ऐसा ढोंग कीजिए। अगर आपने यह कहा कि मैं बीमार हूं, लेकिन तुम्‍हें अपने कॅरियर पर ध्‍यान देना चाहिए तो वे नौकरी भी छोड़ देंगे और आपको भी…


हर राशि वाले जातक में कुछ विशेषताएं होती हैं तो कुछ कमियां भी। अगर हम उन कमियों को ध्‍यान में रखते हुए सावधानी से व्‍यवहार करेंगे तो हमारे संबंध लंबे निभ सकते हैं। यहां इस लेख में मैं आपको राशियों के अनुसार व्‍यक्ति के चारित्रिक गुणों के बारे में बता रहा हूं। इसका आप दोनों तरह से इस्‍तेमाल कर सकते हैं। इस प्रकार भी कि आप किसी व्‍यक्ति को कैसे परेशान करें और इस प्रकार भी कि किसी व्‍यक्ति को परेशान करने से कैसे बचें।

इस लेख के अंत तक पहुंचने पर आपके ही हाथ में है कि जो टूल मैं आपको थमा रहा हूं उसका इस्‍तेमाल आप किस प्रकार करते हैं। मेरा आग्रह यही है कि आप इस टूल का बेहतरी के लिए ही इस्‍तेमाल करें, न कि किसी इंसान को परेशान, व्‍यथित अथवा अपमानित करने के लिए करें।